कहानी : "बुद्धिमानी की जीत"

यह कहानी सिखाती है कि एकता और बुद्धिमत्ता से बड़ी से बड़ी समस्या का हल संभव है। भय और शक्ति का सामना करने के लिए समझदारी और साहस जरूरी हैं। सामूहिक प्रयास और चतुराई से कमजोर भी मजबूत को हरा सकते हैं। सहयोग और सूझबूझ ही सच्ची ताकत हैं।

STORY

Singh Rajneesh

11/29/20241 min read

शेर और जानवरों की बुद्धिमानी

एक जंगल में एक ताकतवर शेर रहता था, जो वहां के सभी जानवरों पर राज करता था। वह रोजाना एक जानवर को मारकर खा जाता, जिससे छोटे जानवर हमेशा डर और चिंता में जीते। एक दिन, सभी छोटे जानवर इकट्ठा हुए और अपनी जान बचाने के लिए एक योजना बनाई।

वे शेर के पास गए और कहा, "महाराज, अगर आप हमें रोज शिकार करना बंद कर दें, तो हम हर दिन आपका खाना खुद लेकर आएंगे। इससे आपको भी मेहनत नहीं करनी पड़ेगी।" शेर ने सोचा कि यह अच्छा सौदा है और उसने उनकी बात मान ली।

कुछ दिन बाद, एक छोटा खरगोश अपनी बारी पर शेर के पास गया। लेकिन वह जानता था कि शेर को हराने का यह सही मौका है। उसने एक चालाक योजना बनाई। शेर के पास पहुंचकर उसने कहा, "महाराज, मैं देर से आया क्योंकि रास्ते में एक और शेर ने मुझे रोक लिया। वह कहता है कि वह इस जंगल का असली राजा है।"

यह सुनकर शेर गुस्से में आगबबूला हो गया और गरजते हुए बोला, "कहाँ है वह शेर? मुझे ले चलो उसके पास।" खरगोश शेर को एक गहरे कुएं के पास ले गया और कहा, "वह शेर इसी कुएं में रहता है।" शेर ने कुएं में झांका तो उसे अपनी परछाई दिखाई दी।

गुस्से में उसने जोर से दहाड़ लगाई, तो कुएं से उसकी दहाड़ की गूंज वापस आई। शेर को लगा कि कुएं में दूसरा शेर भी दहाड़ रहा है। क्रोध में उसने कुएं में छलांग लगा दी और डूबकर मर गया।

इस तरह छोटे जानवरों ने अपनी एकता और बुद्धिमानी से शेर के आतंक से हमेशा के लिए छुटकारा पा लिया।

नैतिक शिक्षा : एकता और समझदारी से किसी भी बड़ी समस्या का समाधान निकाला जा सकता है।