कहानी : "प्रकृति का न्याय"
बहुत ही सुंदर और प्रेरणादायक कहानी है! यह सरल तरीके से यह सिखाती है कि हर व्यक्ति या प्राणी अपने आप में खास होता है। न केवल बाहरी सुंदरता, बल्कि बुद्धिमत्ता और सरलता भी जीवन में बहुत मायने रखती है।


गौरैया और मोर
एक जंगल में मोर और गौरैया रहते थे। मोर अपनी रंग-बिरंगी सुंदर पंखों पर गर्व करता था, जबकि गौरैया छोटी और साधारण दिखती थी। एक दिन बारिश के बाद, दोनों खाने की तलाश में निकले।
मोर ने गौरैया से कहा, "तुम्हारे जैसे साधारण पक्षी के पास कोई खास बात नहीं है। तुम मेरी सुंदरता नहीं पा सकती।" गौरैया ने मुस्कुराते हुए कहा, "सच है, लेकिन सुंदरता ही सब कुछ नहीं होती।" तभी तेज बारिश हो गई, और मोर उड़ नहीं सका क्योंकि उसके पंख भारी थे। गौरैया ने चतुराई से एक पेड़ पर जा बैठी। मोर ने समझ लिया कि हर किसी में कोई न कोई खास गुण होता है।
नैतिक शिक्षा: "हर किसी में कोई न कोई खास गुण होता है, इसलिए किसी को छोटा या साधारण नहीं समझना चाहिए।"